पीपल के पत्ते के
फायदे औषधीय गुण और उपयोग –
Peepal Tree Benefits in Hindi
हिन्दू धर्म में पीपल के पेड़
का बहुत महत्व होता है। इसे न केवल धर्म संसार से जोड़ा गया है, बल्कि वनस्पति विज्ञान और आयुर्वेद के अनुसार भी
पीपल का पेड़ कई तरह से फायदेमंद माना गया है। हम बता रहे हैं, पीपल के पेड़ से होने वाले ऐसे ही कुछ स्वास्थ्य
लाभ। आइए जानते हैं, पीपल के पेड़ के अनेक बड़े फायदे -
पीपल के पेड़ को इन नामों जाना जाता हैं:- (अंग्रेज़ी: सैकरेड
फिग, संस्कृत:अश्वत्थ)
पीपल का आदिकाल से
ही इस्तेमाल किया जा रहा है चाहे वो रोगों को ठीक करने में हो या पूजन के लिए हो, आज भी पीपल के पेड़ की पूजा का विशेष महत्व है
लेकिन शायद आप ये नहीं जानते होगें की पीपल के पत्ते के फायदे से लेकर छाल और फल
हर चीज कई बीमारियों को दूर करने के लिए यूज़ किया जाता है यह एक ऐसा पेड़ है जो की 24 घंटे हमें ऑक्सिजन देता है आइये जानते है पीपल के पत्ते के फायदे औषधीय गुण
और उपयोग के बारें में।
Peepal tree benefits in hindi |
भारतीय संस्कृति में
पीपल का पेड़ पूज्यनीय और धार्मिक महत्व रखता है। पीपल औषधीय वृक्ष होता है। इसके
पत्ते, फल लकड़ी और अन्य भागों में कुछ न कुछ औषधीय गुण
होते है। पीपल से हम नपुंसकता (Impotence), त्वचा रोग, अस्थमा, गुर्दे की बीमारी, कब्ज आदि
रोगों का ठीक कर सकते है। पीपल के पत्तों में ग्लूकोज, फेनोलिक, मेनोस आदि पोषक तत्व
होते है जबकि इसकी छाल में विटामिन K, टैनन और फाइटोस्टेरोलिन
(phaetosteroline) अच्छी मात्रा में होते है। इनमें एंटीऑक्सिडेंट
और खनिज पदार्थ भी होते है। पीपल वृक्ष में इनका संग्रह होने के कारण यह औषधीय पेड़
कहलाता है।
(1.) सांस की तकलीफ - सांस संबंधी किसी भी प्रकार की समस्या में पीपल
का पेड़ आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए पीपल के पेड़ की छाल का
अंदरूनी हिस्सा निकालकर सुखा लें। सूखे हुए इस भाग का चूर्ण बनाकर खाने से सांस
संबंधी सभी समस्याएं दूर हो जाती है। इसके अलावा इसके पत्तों का दूध में उबालकर
पीने से भी दमा में लाभ होता है।
(2.) पीपल का उपयोग लीवर और स्पलीन रोग में – इसके लिए पीपल की
हरी और मुलायम पत्तियों और दानेदार शक्कर को मिला कर उसे महीन पाउडर बना ले। इस
पाउडर को एक 250gm पानी में मिला कर छान ले। अब इस पानी को दिन में
कम से कम दो बार पीयें और ऐसा 7 दिनों तक करे। यह
उत्पाद जांडिस (jaundice)
रोगी के लिए बहुत ही लाभकारी होती है।
(4.) पीपल के फल के फायदे नपुंसकता दूर करने में – पीपल के फलों का पाउडर बनाकर आप इसे दिन में तीन
बाद दूध में आधा चम्मच मिलाकर सेवन करें। यह आपको नपुंसकता से मुक्ती दिलाकर
आपके शरीर को शक्तिशाली बनाएगा।
(5.) गैस या कब्ज - पीपल के
पत्तों का प्रयोग कब्ज या गैस की समस्या में दवा के तौर पर किया जाता है। इसे पित्त
नाशक भी माना जाता है, इसलिए पेट की समस्याओं में इसका प्रयोग लाभप्रद
होता है। इसके ताजे पत्तों के रस निकालकर सुबह शाम एक चम्मच पीने से पित्त के
साथ ही समस्याएं भी समाप्त होती हैं।
(6.) पीपल की छाल के फायदे दमा के लिए – पीपल वृक्ष बहुत से
रोगों को कम करने और उनसे मुक्त कराने में हमारी मदद करता है। पीपल दमा बीमारी को
रोकने में मदद करता है। इस रोग को दूर करने के लिए पीपल की छाल और फलों के बारीक
पाउडर बनाकर सेवन करने से अस्थमा रोग का उपचार किया जा सकता है।
(7.) पीपल के फायदे पेट दर्द में – यदि आप पेट दर्द से
परेशान है तो ड़रें नहीं पीपल वृ्क्ष आपकी मदद कर सकता है। पीपल की पत्तियों को
बारीक होने तक पीस लें और इसमें गुड़ मिला कर दिन में तीन से चार बार इसका सेवन
करे यह आपके पेट दर्द को दूर करने में मदद करेगा साथ ही पेट की अन्य समस्याओं को
भी दूर करेगा।
(8.) दांतों के लिए - पीपल की दातुन करने से दांत मजबूत होते हैं, और दांतों में दर्द की समस्या समाप्त हो जाती है।
इसके अलावा 10 ग्राम पीपल की छाल, कत्था
और 2 ग्राम काली मिर्च को बारीक पीसकर बनाए गए मंजन का
प्रयोग करने से भी दांतों की सभी समस्याएं समाप्त हो जाती हैं।
(9.) पीपल के पत्ते के फायदे त्वचा रोग में – पीपल के पत्तों का
उपयोग हम त्वचा में होने वाली खुजली और इसे प्रभावित करने वाले अन्य एलर्जी
कारकों को दूर कर सकते है। आप पीपल के पत्तों की चाय बना सकते है। पीपल की
पत्तियों का पेस्ट चर्म रोग पर लगाया जा सकता है। ऐसा करने से यह आपकी त्वचा
संबंधी परेशानियों से निजात दिलाने में आपकी मदद करेगा।
(10.) विष का प्रभाव - किसी जहरीले जीव-जंतु द्वारा काट लेने पर अगर समय
पर कोई चिकित्सक मौजूद नहीं हो, जब पीपल के
पत्ते का रस थोड़ी-थोड़ी देर में पिलाने पर विष का असर कम होने लगता है।
(11.) त्वचा रोग - त्वचा
पर होने वाली समस्याओं जैसे दाद, खाज, खुजली में पीपल के कोमल पत्तों को खाने या इसका
काढ़ा बनाकर पीने से लाभ होता है। इसके अलावा फोड़े-फुंसी जैसी समस्या होने पर पीपल की छाल का घिसकर लगाने
से फायदा होता है।
(12.) घाव होने पर - शरीर के
किसी हिस्से में घाव हो जाने पर पीपल के पत्तों का गर्म लेप लगाने से घाव सूखने में
मदद मिलती है। इसके अलावा प्रतिदिन इस लेप का प्रयोग करने व पीपल की छाल का लेप करने से
घाव जल्दी भर जाता है और जलन भी नहीं होती।
(13.) पीपल की जड़ त्वचा के लिए प्रभावी – खुजली के लिए 50 gm पीपल के छाल की राख बनाकर उसमें नींबू और घी
मिला कर तीनों का अच्छी तरह से मिश्रण बनाकर खुजली में इस मिश्रण को लगाए। यह लेप
आपको फायदा दिलाएगा। आप इसके लिए पीपल छाल (peepal Bark) की चाय
का भी सेवन कर सकते है।
(14.) जुकाम - सर्दी-जुकाम
जैसी समस्या में भी पीपल लाभदायक होता है। पीपल के पत्तों को छांव में सुखाकर
मिश्री के साथ इसका काढ़ा बनाकर पीने से काफी लाभ होता है। इससे जुकाम जल्दी ठीक
होने में मदद मिलती है।
(15.) त्वचा के
लिए - त्वचा का रंग निखारने के लिए भी पीपल की छाल
का लेप या इसके पत्तों का प्रयोग किया जा सकता है। इसके अलावा यह त्वचा की
झुर्रियों को कम करने में भी मदद करता है। पीपल की ताजी जड़ को भिगोकर त्वचा पर
इसका लेप करने से झुर्रियां कम होने लगती हैं।
(16.) पीपल के फल के फायदे रक्त को शुद्ध करने
में – पीपल के फलों का
पाउडर में आपके खून को साफ कर सकता है। आप इस पाउडर में शहद मिलाकर उपयोग कर सकते
है। आप इसका सेवन प्रतिदिन तीन बार कर सकते है। यह निश्चित ही आपके खून की
अशुद्धियों को दूर करेगा।
(17.) तनाव करे कम - पीपल एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, इसके कोमल पत्तों को नियमित रूप से चबाने पर तनाव
में कमी होती है, और बढ़ती उम्र का असर भी कम होता है।
(18.) नकसीर - नकसीर फूटने की समस्या होने पर पीपल के ताजे
पत्तों को तोड़कर उसकर रस निकालकर नाक में डालने से बहुत फायदा होता है। इसके
अलावा इसके पत्तों को मसलकर सूंघने से भी नकसीर में आराम होता है।
(19.) फटी एड़ियां - एड़ियों के फटने की समस्या में भी पीपल आपकी
काफी मदद करेगा। फटी हुई एड़ियों पर पीपल के पत्तों का दूध निकालकर लगाने से कुछ
ही दिनों फटी एड़ियां ठीक हो जाती हैं और तालु नरम पड़ जाते हैं।
(20.) पीपल का महत्व फटी एड़ियों के लिए –
पीपल की पत्तियों से
फटी हुई ऐडियों का उपचार संभव है। पीपल पत्तियों का पेस्ट ऐडियों के घाव और दर्द
को कम करने में आपकी मदद करेगी।
(21.) पीलिया - पीलिया
हो जाने पर पीपल के 3-4 नए पत्तों के रस में मिश्री मिलाकर बनाए गए शरबत
को पीना बेहद फायदेमंद होता है। इसे 3-5 दिन तक दिन में दो
बार देने से लाभ होता है।
(22.) हकलाना - पीपल के पके हुए फलों को सुखाकर बनाए गए चूर्ण को
शहद के साथ सेवन करने से हकलाने की समस्या दूर होती है और वाणी में सुधार होता है।
(23.)पीपल के पत्ते के फायदे दस्त में –
यदि आपको दस्त के
साथ खून आता है तो आप पीपल के पत्तों से इस रोग को दूर कर सकते है। इसके लिए आप
धनिया के बीज (coriander
seeds), दानेदार शक्कर और
पीपल के कोमल पत्तों को बारीक होने तक पीसे। इस मिश्रण का सेवन आप दिन में दो बार
करें जब तक की आपकी समस्या दूर नहीं हो जाती है। यह मिश्रण इस खूनी दस्त के लिए
बहुत ही लाभकारी होता है।
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