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हैरान कर देने वाले हैं हल्दी के फायदे:-
आमतौर पर हल्दी का सेवन दूध में मिलाकर ही किया जाता है. हल्दी में एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक गुण होते हैं, वहीं दूध में मौजूद कैल्शियम हल्दी के साथ मिलकर शरीर को फायदा पहुंचाता है. इस लेख के जरिए के माध्यम से आगे की स्लाइड में हम आपको बताएंगे हल्दी का सेवन करने से होने वाले फायदों के बारे में।
हल्दी का प्रयोग आमतौर पर खून के रिसाव को रोकने या चोट को ठीक करने के लिए किया जाता है. कई बार हाथ-पैरों में होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए भी हल्दी वाले दूध का इस्तेमाल किया जाता है. मुहांसों के लिए हल्दी अगर आपको मुहांसों की शिकायत है, तो हल्दी का फेस-पैक आपको इनसे छुटकारा दिलाने में मदद करेगा। हल्दी में एंटिसेप्किट और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। हल्दी का प्रयोग आमतौर पर खून के रिसाव को रोकने या चोट को ठीक करने के लिए किया जाता है. कई बार हाथ-पैरों में होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए भी हल्दी वाले दूध का इस्तेमाल किया जाता है।
फेस पैक बनाने के लिए हल्दी और चंदन को सामान्य मात्रा में लें और उसमे एक नींबू का रास मिलाकर पैक तैयार करें। इस पैक को 10 मिनट तक चेहरे पर लगाए रखें और फिर गरम पानी से मुंह धो लें।
हल्दी के गुण – Properties of turmeric in Hindi
हल्दी (Haldi) - फाइबर, पोटैशियम, विटामिन B6, मैग्निशियम और विटामिन C का अच्छा स्रोत है। 1 औंस नियमित हल्दी का सेवन करने से यह 26 प्रतिशत मैगनीज और 16 प्रतिशत आयरन की प्रतिदिन जरूरत की भरपायी करता है। यह वसा को पचाने की शरीर की भमता बढ़ता है और सोरायसिस (psoriasis) और एक्जिमा (eczema) जैसी बीमारियों से बचाता है। कच्ची हल्दी में भी बहुत लाभकारी गुण होते हैं और हार्ट स्ट्रोक से बचाने में मदद करता है।
हल्दी (Haldi) - फाइबर, पोटैशियम, विटामिन B6, मैग्निशियम और विटामिन C का अच्छा स्रोत है। 1 औंस नियमित हल्दी का सेवन करने से यह 26 प्रतिशत मैगनीज और 16 प्रतिशत आयरन की प्रतिदिन जरूरत की भरपायी करता है। यह वसा को पचाने की शरीर की भमता बढ़ता है और सोरायसिस (psoriasis) और एक्जिमा (eczema) जैसी बीमारियों से बचाता है। कच्ची हल्दी में भी बहुत लाभकारी गुण होते हैं और हार्ट स्ट्रोक से बचाने में मदद करता है।
कैंसर से बचाने में हल्दी लाभदायक – Turmeric for Cancer in Hindi
एक स्टडी में पाया गया है कि हल्दी में मौजूद कुरकुमिन जो यौगिक मौजूद होता है उसमें कैंसररोधी गुण पाये जाते हैं। 100 से 200 मिलीग्राम हल्दी का प्रतिदिन सेवन करने से कैंसर होने की संभावना कम हो जाती है। कैंसर के रोगियों को हल्दी का सेवन करने से उनके इम्यून सिस्टम के रसायन कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए अधिक सांद्र हो जाते हैं। हल्दी कैंसर को बढ़ने से रोकता है और कीमोथेरेपी को अधिक प्रभावी बनाने में मदद करता है।
हल्दी के सेवन के अन्य तरीके:-
आप हल्दी को अपनी सब्जियों, दूध, सलाद और स्मूदी में मिलाकर ले सकते हैं।
घाव का बेस्ट इलाज :
हल्दी का उपयोग
वर्षों से घावों और जख्मों को भरने के लिए किया जा रहा है। हल्दी के एंटीसेप्टिक
और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण के कारण जख्म जल्दी भरते हैं। इसके लिए, चोट वाली जगह पर हल्दी का पेस्ट बनाकर लगाना
चाहिए। हल्दी का पेस्ट बनाने के लिए हल्दी और पानी को मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बना लें।
इस मरहम को चोट की जगह लगाकर पट्टी कर लें और उसे कम से कम 12 घंटे उसी तरह रहने दें। गहरे घाव के लिए तीन चार
दिन ऐसा करें।
एक स्टडी में पाया गया है कि हल्दी में मौजूद कुरकुमिन जो यौगिक मौजूद होता है उसमें कैंसररोधी गुण पाये जाते हैं। 100 से 200 मिलीग्राम हल्दी का प्रतिदिन सेवन करने से कैंसर होने की संभावना कम हो जाती है। कैंसर के रोगियों को हल्दी का सेवन करने से उनके इम्यून सिस्टम के रसायन कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए अधिक सांद्र हो जाते हैं। हल्दी कैंसर को बढ़ने से रोकता है और कीमोथेरेपी को अधिक प्रभावी बनाने में मदद करता है।
हल्दी के सेवन के अन्य तरीके:-
आप हल्दी को अपनी सब्जियों, दूध, सलाद और स्मूदी में मिलाकर ले सकते हैं।
घाव का बेस्ट इलाज :
हल्दी का उपयोग
वर्षों से घावों और जख्मों को भरने के लिए किया जा रहा है। हल्दी के एंटीसेप्टिक
और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण के कारण जख्म जल्दी भरते हैं। इसके लिए, चोट वाली जगह पर हल्दी का पेस्ट बनाकर लगाना
चाहिए। हल्दी का पेस्ट बनाने के लिए हल्दी और पानी को मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बना लें।
इस मरहम को चोट की जगह लगाकर पट्टी कर लें और उसे कम से कम 12 घंटे उसी तरह रहने दें। गहरे घाव के लिए तीन चार
दिन ऐसा करें।
वजन घटाने में हल्दी का उपयोग:-
हल्दी मेटाबोलिज्म को तेज करने में मदद करती है। यह तेजी से कैलोरीज भी बर्न करती है, जिससे वजन कम करने में आसानी होती है। इसके अलावा, हल्दी शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करती है। गुनगुने दूध के साथ हल्दी के सेवन से शरीर में जमा अतिरिक्त फैट धीरे-धीरे कम होने लगता है. इसमें उपस्थित कैल्शियम और अन्य तत्व वजन कम करने में भी मददगार होते हैंहड्डियों की मजबूती के लिए हल्दी:-
हल्दी का सेवन शरीर
को सुडौल बनाता है. प्रतिदिन एक गिलास दूध में सुबह के समय आधा चम्मच हल्दी मिलाकर
पीने से शरीर सुडौल हो जाता है.
हल्दी को एंटी-अर्थरिटिक भी कहा जाता है। हल्दी हड्डियों में दर्द और सूजन को कम करती है। यह उन लोगों के लिए यह बेहतरीन विकल्प है, जो हर बीमारी को कुदरती इलाज और घरेलू दवाओं से ठीक करना चाहते हैं। गठिया के दर्द के लिए ली जाने वाली दवाओं के साथ, अगर हल्दी भी ली जाए, तो यह असरदार साबित होती है। दूध में हल्दी मिलाकर पीना, हड्डियों की मजबूती और स्ट्रेंथ के लिए भी फायदेमंद है।
हल्दी को एंटी-अर्थरिटिक भी कहा जाता है। हल्दी हड्डियों में दर्द और सूजन को कम करती है। यह उन लोगों के लिए यह बेहतरीन विकल्प है, जो हर बीमारी को कुदरती इलाज और घरेलू दवाओं से ठीक करना चाहते हैं। गठिया के दर्द के लिए ली जाने वाली दवाओं के साथ, अगर हल्दी भी ली जाए, तो यह असरदार साबित होती है। दूध में हल्दी मिलाकर पीना, हड्डियों की मजबूती और स्ट्रेंथ के लिए भी फायदेमंद है।
दूध में हल्दी
मिलाकर पीने से हड्डियां मजबूत होती हैं. दूध में मौजूद कैल्शियम हड्डियों को
मजूती देता है और हल्दी के गुणों के कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है.
जिससे हड्डी संबंधित तमाम समस्याओं से छुटकारा मिलता है. साथ ही ऑस्टियोपोरोसिस
में भी कमी आती है।
हल्दी को दूध में पीने के फायदे:-
दूध में हल्दी मिलाकर पीने से कान दर्द जैसी कई समस्याओं में आराम मिलता है. इससे शरीर का रक्त संचार बढ़ जाता है जिससे दर्द में तेजी से राहत मिलती है. हल्दी को चूने में मिलाकर गुम चोट में लगाने से यह दर्द को खींच देती है हल्दी में किसी चोट के घाव को तेजी से भरने का भी गुण होता है. यदि आपके चोट लगने पर तेजी से खून बह रहा है तो आप उस जगह तुरंत हल्दी डाल दें. इससे आपकी चोट का खून बहना कम हो जाएगा. हो सके तो डॉक्टर के यहां पहुंचने से पहले इस पट्टी को न खोलें.
सर्दी, जुकाम या कफ की समस्या होने पर हल्दी मिले दूध का
सेवन लाभकारी साबित होता है. इससे सर्दी, जुकाम तो ठीक होता
ही है, साथ ही गर्म दूध के सेवन से फेफड़ों में जमा हुआ
कफ भी निकल जाता है. सर्दी के मौसम में इसका सेवन आपको स्वस्थ बनाए रखने में मदद
करता है।
हल्दी का दूध- haldi milk benefits |
हल्दी का दूध रक्तशोधन करता हैं:-
आयुर्वेद में हल्दी
को रक्त शोधन में महत्वपूर्ण बताया गया है. हल्दी के सेवन से रक्त शोधित होता रहता
है. इसे खाने से रक्त में मौजूद विषैले तत्व बाहर निकल जाते हैं और इससे ब्लड
सर्कुलेशन अच्छा होता है. पतला होने के बाद रक्त का धमनियों में प्रवाह बढ़ जाता है, जिससे व्यक्ति को हृदय संबंधी परेशानियां नहीं
होती खून में ब्लड शुगर की मात्रा ज्यादा होने पर मधुमेह रोग हो जाता है. खून में
ब्लड शुगर बढ़ने पर हल्दी वाले दूध का सेवन फायदेमंद रहता है. दूध में हल्दी मिलाकर
पीने से शुगर लेवल कम होता है. लेकिन या द रहे हल्दी का ज्यादा सेवन ब्लड शुगर की
निर्धारित मात्रा को भी कम कर सकता हैं. यदि
आपको भी रात में नींद नहीं आने की समस्या है और आप रात भर विचारों में खोए रहते
हैं तो हल्दी वाला दूध आपके लिए अच्छी नींद में सहायक हो सकता है. रात का भोजन
करने के बाद सोने से आधे घंटे पहले हल्दी वाला दूध पीएं फिर देखिए आपको रात में
कैसी नींद आती है।
आपको इस आर्टिकल में
हमने हल्दी के फायदे बताने की कोशिश की है। उम्मीद है इसका सेवन करना आपके लिए
फायदेमंद साबित हो।
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लगा हो या आप हिंदी भाषा को इन्टरनेट पर पोपुलर बनाना चाहते हो तो इसे नीचे दिए
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को धन्यवाद जरुर देगा।
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