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शिलाजीत हिमालय की पहाड़ियों और चट्टानों पर पाया जाने वाला एक चिपचिपा
और लसलसा पदार्थ है जो काले या भूरे रंग का होता है। शिलाजीत चार तरह का
होता है। और सभी के गुण और फायदे अलग-अलग होते हैं। शिलाजीत
एक ऐसी दवा है। जो स्वस्थ्य रहने में सभी उम्र के लोगो की बहुत
मदद करता है। इसका टेस्ट बहुत कड़वा और कसैला होता है। और शिलाजीत बहुत
काला होता है। (Shilajit) शिलाजीत का
उपयोग करीब पांच हजार सालों से हर तरह की बीमारियों के इलाज में किया जाता है। आयुर्वेद
में शिलाजीत के फायदे और गुणों का अधिक महत्व है। इसमें कई तरह के मिनरल पाये जाते
हैं जिस वजह से इसे कई असाध्य रोगों के इलाज में भी इस्तेमाल किया जाता है। शिलाजीत
का सेवन पुरुषों में यौन शक्ति बढ़ाता है और बढ़ती उम्र को रोकता है। कहा
जाता है कि शिलाजीत की खुराक का हजारों मर्ज की एक दवा के रूप में उपयोग किया जाता
है। इसका सेवन करना फायदेमंद है। लेकिन साथ हीं कुछ सावधानियों का
भी ध्यान रखना पड़ता है। तो आइये जानते हैं कि शिलाजीत के सेवन से किन बीमारियों
से बचा जा सकता है और हमारे स्वास्थ्य को इससे क्या क्या फायदे हैं।
शिलाजीत के फायदे |
शिलाजीत
के फायदे – Health Benefits of Shilajit in
hindi
दिमाग तेज़ करें अल्जाइमर के इलाज में शिलाजीत के फायदे – Shilajit useful in treatment of Alzheimer in hindi
दिमाग की शक्ति मजबूती पाने के लिए घी के साथ इसका सेवन करना चाहिए। यह आपको तनावमुक्त जीवन रखेगा। अल्जाइमर दिमाग से जुड़ी बीमारी है जिसमें यादाश्त, व्यवहार और सोचने-समझने की क्षमता पर असर पड़ता है। अल्जाइमर के लक्षणों के इलाज के लिए वैसे तो कई दवाएं मौजूद हैं लेकिन कुछ रिसर्च यह दावा करते हैं कि शिलाजीत अल्जाइमर से बचाने में काफी उपयोगी है और यह धीरे-धीरे अल्जाइमर के लक्षणों को कम कर देता है। शिलाजीत में फुल्विक एसिड नामक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो न्यूरॉन में अधिक टॉ प्रोटीन जमा होने से रोकता है इससे हमारी यादाश्त की क्षमता बढ़ती है। शोधकर्ताओं का मानना है कि शिलाजीत में मौजूद फुल्विक एसिड असामान्य रूप से टॉ प्रोटीन के निर्माण को रोकता है और सूजन को कम करता है जिससे अल्जाइमर के लक्षण कम होने लगते हैं। मस्तिष्क स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है:अध्ययनों से पता चलता है कि इसमें विशेष न्यूरोप्रोटेक्टेव क्षमता है। यह अविश्वसनीय पोषक तत्व अल्जाइमर रोग के हल्के मामलों का इलाज करने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा, शिलाजीत अपस्माररोधी गुण दिखाता है।
कामोत्तेजना बढ़ाने के लिए:- यह सेक्स पॉवर को तो बढ़ाता है साथ ही यौन इच्छा, कामेच्छा बढ़ाने के उपाय भी है। इसका उपयोग बहुत लाभकारी तो है। लेकिन किसी विशेज्ञ की सलाह लिए बगैर इसका प्रयोग करना आपको नुकसान पहुँचा सकता है। उम्र और पाचन शक्ति के हिसाब से हीं आपको इसका सेवन करना चाहिए।
Shilajit
increase testosterone level in hindi
Shilajit
increase testosterone level in hindi
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दूध या शहद के साथ शिलाजीत का सेवन
दूध या शहद के साथ इसका सेवन सूरज उगने से पहले करना ज्यादा फायदा करता
है। और इसे खाने के 3-4 घंटे बाद हीं कुछ चीज खाना चाहिये।
शिलाजीत
के फायदे से बढ़ाएं टेस्टोस्टेरोन के स्तर को – Shilajit increase testosterone level in
hindi
जिन लोगों को शीघ्रपतन, शीघ्र स्खलन की समस्या है, उन्हें इसका कुछ दिनों तक रोजाना सेवन करना चाहिए। इससे शीघ्रपतन किस समस्या जड़ से खत्म हो जाती है। टेस्टोस्टीरॉन पुरुषों में पाया जाने वाला सेक्स हार्मोन है। लेकिन कुछ पुरुषों में इस हार्मोन का स्तर काफी कम होता है। इसकी वजह से सेक्स की इच्छा में कमी, बाल झड़ना, थकान और मोटापा बढ़ने लगता है। पैंतालिस से पचपन साल की उम्र के कुछ पुरूषों पर एक स्टडी की गई जिसमें आधे पुरुषों को प्लेसिबो दवा और आधे को दिन में दो बार 250 मिलीग्राम शिलाजीत की खुराक दी गई। स्टडी में पाया गया कि लगभग तीन महिने में शिलाजीत की खुराक लेने वाले पुरुषों के टेस्टोस्टीरॉन का लेवल बढ़ चुका था। यदि आप इसका सेवन कर रहे है। इस दौरान आपको शराब, मसालेदार, मांसाहार, सिगरेट, या खटाई युक्त भोजन नहीं करना चाहिए। रात में ज्यादा देर तक नहीं जगना चाहिए और दिन में नहीं सोना चाहिए। शिलाजीत का एक और महत्वपूर्ण कार्य यह है कि यह विभिन्न शरीर प्रणालियों को नियंत्रित करता है, जैसे कि आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली और हार्मोन का संतुलन।
स्किन को हमेशा जवान बनाए शिलाजीत के फायदे बढ़ती उम्र का असर करे कम – shilajit works like anti-aging agent in hindi
यह आपकी स्किन को जवान रखने में भी आपकी मदद करता हैं। चूंकि शिलाजीत में पर्याप्त मात्रा में फुल्विक एसिड, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लैमेटरी गुण मौजूद होते हैं। इसलिए यह फ्री रेडिकल से हमारी रक्षा करता है और कोशिकाओं को टूटने से बचाता है। शिलाजीत का नियमित सेवन करने से आप बिल्कुल स्वस्थ रहते हैं और यह बुढ़ापे को रोकता है जिससे आप हमेशा जवान दिखते हैं। कैंसर से बचाव और रक्षा में मदद करता है:
शिलाजीत विभिन्न प्रकार के कैंसरों के लिए विषाक्त पाया गया है, जिनमें फेफड़े, स्तन, कोलन, डिम्बग्रंथि और यकृत कैंसर शामिल हैं।
Shilajit control anemia in hindi |
एनीमिया होने से बचाता है शिलाजीत का सेवन – Shilajit control anemia in hindi
शरीर को पर्याप्त मात्रा में आयरन न मिलने से खून की कमी हो जाती है। इसकी वजह से थकान, कमजोरी, सिरदर्द, हृदय की गति बढ़ना और हाथ पैर ठंडे पड़ जाते हैं। शिलाजीत की खुराक लेने से शरीर में धीरे-धीरे आयरन की कमी पूरी होने लगती है। यह रेड ब्लड सेल्स की संख्या को बढ़ाता है जिससे एनीमिया की समस्या अपने आप खत्म हो जाती है। मधुमेह को प्रबंधित करने में मदद करता है: शिलाजीत मधुमेह रोगियों में रक्त ग्लूकोज और लिपिड प्रोफाइल को कम करने में मदद कर सकता है।
शिलाजीत
का सेवन बांझपन दूर करता है – Shilajit for male infertility
in hindi
पुरुषों
में शिलाजीत बांझपन
की समस्या को दूर करने में काफी उपयोगी साबित होता है। बांझपन की समस्या से ग्रस्त 60 पुरुषों पर एक स्टडी की गई, जिसमें उन्हें तीन महीनों तक भोजन के बाद दिन में दो बार शिलाजीत की खुराक दी गई। तीन महीने बाद स्टडी में शामिल साठ प्रतिशत पुरुषों के स्पर्म
में वृद्धि हो गई।
शिलाजीत
के फायदे हृदय को रखे मजबूत – Shilajit useful for
heart in hindi
नियमित शिलाजीत का सेवन करने से हृदय मजबूत रहता है और हृदय रोगों का खतरा कम हो जाता है। प्रयोगशाला में कुछ चूहों पर किए गए परीक्षण में पाया गया है कि शिलाजीत का रोजाना सेवन करने से हृदय की बीमारियों से छुटकारा मिल जाता है।
शिलाजीत
के दुष्प्रभाव:: शिलाजीत के नुकसान (साइड इफ़ेक्ट )- Side effects of Shilajit in hindi
शरीर में अत्यधिक गर्मी उत्तेजना। अधिकतर शिलाजीत का प्रयोग आयुर्वेदिक औषधि के रूप में किया जाता है इसलिए इसके नुकसान (साइड इफेक्ट) बहुत कम होते हैं लेकिन इसका उपयोग सही तरीके और सही मात्रा में न करने पर आपको शिलाजीत के साइड इफेक्ट भी झेलने पड़ सकते हैं। पैरों में जलन का अहसास।
शिलाजीत
का सेवन के साथ दूसरे आयरन सप्लीमेंट लेने पर इसका साइड इफेक्ट हो सकता है क्योंकि शिलाजीत में अधिक मात्रा में आयरन पाया जाता है। इसके साथ अन्य आयरन सप्लीमेंट लेने पर खून में आयरन की मात्रा बहुत ज्यादा हो जाती है। इससे ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। हाथ और पैरों में अधिक गर्मी महसूस करना।
कभी-कभी शिलाजीत के सेवन से एलर्जी की भी समस्या उत्पन्न हो जाती है। इसलिए यदि आपको खुजली और मिचली का अनुभव हो या हृदय की धड़कन की गति बढ़ जाए तो शिलाजीत के सेवन को तुरंत बंद कर देना पेशाब में वृद्धि या कमी। चाहिए। हालांकि इस तरह के साइड इफेक्ट कम ही देखने को मिलते हैं।
अगर आप पहले से कोई दवा खा रहे हों तो शिलाजीत का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श ले लें, अन्यथा शिलाजीत का सेवन का साइड इफेक्ट हो सकता है।
शिलाजीत
का अधिक मात्रा में सेवन करने पर यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है जिससे पित्त में परेशानी पैदा हो सकती है। हालांकि ऐसी समस्या शिलाजीत की अधिक खुराक लेने पर ही उत्पन्न होती है। यदि सही तरीके से और सही मात्रा में लिया जाता है, तो शिलाजीत किसी भी गंभीर दुष्प्रभाव से सम्बंधित नहीं है। परंतु यदि अधिक मात्रा में लिया जाए तो निम्न दुष्प्रभाव होने की संभावना है
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