सौंफ खाने के ये फायदे आपको हैरत में डाल देंगे
सौंफ के बारे में तथ्य:- वानस्पतिक
नामः फोनिकुलम • कुल: एपिएसी • सामान्य नाम: सौंफ • संस्कृत नाम: मधुरिका • उपयोगी भाग: बीज, इंठल, पत्तियां, फूल और गांठ • भौगोलिक विवरण:- पूरे विश्व में सौंफ की खेती की जाती है। सौंफ
के कुल उत्पादन में भारत का हिस्सा लगभग 60% है। भारत के
राजस्थान, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, पंजाब, उत्तर प्रदेश और
हरियाणा राज्य में प्रमुख तौर पर सौंफ की खेती की जाती है।
सौंफ का इस्तेमाल हर घर में किया जाता है. सौंफ की तासीर ठंडी होती है इसलिए गर्मी में इसका
इस्तेमाल बढ़ जाता है. रेस्तरां और दूसरी
जगहों पर खाने के बाद सौंफ दिया जाता है. सौंफ
में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो स्वस्थ रहने के लिए बहुत जरूरी होते हैं. आमतौर
पर सौंफ का उपयोग माउथ फ्रेशनर के रूप में किया जाता है। घरों में इसका इस्तेमाल मुख्य
रूप से मसाले के तौर पर किया जाता है. सौंफ का सबसे बड़ा
फायदा तो यह है कि यह याददाश्त बढ़ाता है अचार और भरवां सब्जी बनाने में यह मुख्य
रूप से प्रयुक्त होता है. सौंफ और शरीर को ठंडा रखता है. सौंफ में कैल्शियम, सोडियम, आयरन और पोटैशियम जैसे कई खनिज तत्व पाए जाते
हैं. इसके अलावा इसकी सुगंध भी बहुत अच्छी होती हैं और
ताजगी का एहसास कराती है.
सौंफ के फायदे |
सौंफ के फायदे – Benefits of Fennel Seeds in Hindi
सेहत के मामले में सौंफ खाने के फायदे एक नहीं, बल्कि अनेक हैं। क्या आप जानते हैं कि आपके किचन की यह छोटी-सी
चीज आपको सेहतमंद बनाए रखने में कितनी बड़ी भूमिका निभाती है
बादाम, सौंफ और मिश्री को समान
मात्रा में पीस लें. रोज रात को और दोपहर में खाना खाने के बाद इसका सेवन करने से
स्मरण शक्ति बढ़ती है.इसके अलावा, भारतीय रसोई में
सौंफ का उपयोग मसाले के रूप में भी किया जाता है।
अगर पीरियड्स अनियमित है तो भी
आप सौंफ का सेवन कर सकती हैं. गुण के साथ इसके
सेवन से फायदा होगा
आंखों की रोशनी:- आंखों की रोशनी
बढ़ाने में विटामिन-ए और विटामिन-सी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं सौंफ खाने से
आंखों की ज्योति भी बेहतर होती है. आप चाहें तो इसे मिश्री के साथ भी ले सकते हैं.
सौंफ में विटामिन-ए पाया जाता है। इस प्रकार सौंफ के सेवन से बढ़ती उम्र में भी
आपकी आंखों की रोशनी प्रभावित होने से बच सकती है सौंफ का वैज्ञानिक नाम फॉनिक्युल वल्गारे (Foeniculum vulgare) है। यह पाचन संबंधी समस्याओं से लेकर आंखों की
रोशनी बढ़ाने, वजन कम करने और अन्य समस्याओं से छुटकारा दिलाने
में मददगार साबित होती है सौंफ का नियमित सेवन दृष्टि को तेज करता है। 5-6 ग्राम सौंफ रोज लेने से लीवर और आंखों की ज्योति
ठीक रहती है।
पाचन के लिए सौंफ के फायदे
पेट की बीमारियों और पाचन के लिए :- पेट की बीमारियों के लिए यह बहुत प्रभावी दवा है जैसे मरोड़, दर्द और गैस्ट्रिक डिस्ऑर्डर के लिए। खाली पेट सौंफ खाने से खून साफ होता है और त्वचा में चमक आती है.
सौंफ का उपयोग सबसे अधिक पाचन संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है। इसके अतिरिक्त, पेट दर्द, पेट में सूजन और गैस जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाने के साथ ही अल्सर, दस्त और कब्ज आदि से राहत दिलाने में भी सौंफ कारगर साबित हो सकती है। फाइबर से भरपूर सौंफ बढ़ते वजन को नियंत्रित करने में भी लाभदायक हो सकती है। यह न सिर्फ वजन कम करने में सहायक होती है, बल्कि शरीर में अतिरिक्त वसा को बनने से भी रोकती है।
fennel seeds benefits weight loss
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मुंह से दुर्गंध :- सौंफ
का उपयोग आमतौर पर सांसों की ताजगी बनाए रखने के लिए किया जाता है। अगर आपके मुंह
से दुर्गंध आती है तो नियमित रूप से दिन में तीन से चार बार आधा चम्मच सौंफ चबाएं.
ऐसा करने से मुंह से बदबू आना बंद हो जाएगी. सौंफ
चबाने से मुंह में लार अधिक मात्रा में बनती है, जो
बैक्टीरिया को दूर करने में मददगार साबित हो सकती हैं।
कॉलेस्ट्रॉल :- अगर आप चाहते हैं कि आपका कोलेस्ट्रॉल स्तर न
बढ़े तो खाने के लगभग 30 मिनट बाद एक चम्मच सौंफ खा लें। सौंफ में फाइबर भी प्रचुर मात्रा में
पाया जाता है, जो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में लाभदायक
होता है सौंफ कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रण में रखती है। फाइबर, कोलेस्ट्रॉल को खून
में घुलने से रोकता है और इस प्रकार दिल की बीमारियों से भी बचाव कर सकता है।
मासिक धर्म:- गुड़ के साथ सौंफ खाने से मासिक धर्म नियमित होता
है। मसलन पेट में दर्द और मरोड़ आदि जैसे लक्षण मासिक
धर्म के शुरू होने से पहले सामने आते हैं। मासिक धर्म की इन समस्याओं से छुटकारा
दिलाने में सौंफ कुछ हद तक लाभकारी साबित हो सकती है मासिक चक्र को नियमित बनाने के लिए सौंफ को गुड़
के साथ खाएं।
श्वसन तंत्र – Respiration:- सौंफ में कफ को मिटाने के गुण होते है। यह जुकाम आदि के
कारण नाक , गले और फेफड़ों
में जमा कफ को पिघला कर विषैले तत्व सहित बाहर
निकाल देती है। जिससे साँस की तकलीफ दूर करने में बहुत मददगार होती है। सौंफ की पत्तियों में खांसी संबंधी परेशानियां
जैसे दमा व ब्रोन्काइटिस को दूर रखने की भी क्षमता होती है। कफ के कारण खांसी हो तो उसमे भी आराम मिलता है।
यह ब्रोंकाइटिस में भी लाभदायक होती है। अस्थमा
के उपचार में सौंफ कमाल की
सहायक है। सौंफ को
अंजीर के साथ खाएं और खांसी व ब्रोन्काइटिस को दूर भगाएं। कफ और खांसी के इलाज के
लिए सौंफ खाना उपयोगी है।
दिमाग, मस्तिष्क के लिए फायदेमंद – Brain
सेहतमंद शरीर के लिए
मस्तिष्क का चुस्त-दुरुस्त होना भी आवश्यक है सौंफ में पाया जाने वाला पोटेशियम से
दिमाग को मिलने वाली ऑक्सीजन में बढ़ोतरी होती है। इससे इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस
भी सही रहता है। और इसमें सौंफ बड़ी भूमिका निभा
सकती है। सौंफ में विटामिन-ई और विटामिन-सी पाए जाते हैं इस वजह से सोंफ का नित्य उपयोग दिमाग की कार्यविधि बढ़ा कर स्मरण
शक्ति बढ़ाने और दिमाग
को सक्रीय रखने में मदद करता है।
स्तन पुष्ट व सुडौल आकार में वृद्धि – Healthy Breast
महिलाओं के लिए सौंफ
खाने के फायदे कई प्रकार से हैं। ऐसा कहा जाता है कि सौंफ खाने से स्तनों के आकार
में वृद्धि हो सकती है,सौंफ में पाए जाने वाले फ्लवोनोइड्स एस्ट्रोजन
नामक हार्मोन बढ़ाने में सहायक होते है। इसकी वजह से स्तन में नए ऊतक और तंतुओं का
निर्माण बढ़ जाता है। जिससे स्तन का आकार बढ़ता है तथा स्तन पुष्ट और सुडौल होते है। लेकिन
इस संबंध में डॉक्टर की सलाह लेना बेहतर होगा।
हाथ पैरों की जलन – Inflammation
सौंफ के पावडर को शकर के साथ बराबर मिलाकर लेने से
हाथों और पैरों की जलन दूर होती है। भोजन के बाद 10 ग्राम
सौंफ लेनी चाहिए।
एक गिलास पानी में एक चम्मच सौंफ और एक चम्मच धनिया रात को भिगो दें। सुबह
मसल कर छान ले। इसमें मिश्री मिलाकर पियें। कुछ दिन रोजाना पीने से हाथ पैरों की जलन में आराम मिलता है। गर्मी के मौसम में पी जाने वाली ठंडाई में सौंफ
एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा होती है। यह ठंडाई पेट की जलन , हाथ पैरों की जलन , आँखों की जलन , चक्कर
आना आदि परेशानियों को मिटाकर शरीर और दिमाग में तरावट लाती है। सौंफ पेशाब
की जलन में भी लाभदायक सिद्ध होती है। इससे पेशाब खुलकर
आने लगता है और विषैले तत्व बाहर निकल जाते है। जिससे हाथ पैरों की जकडन व सूजन
आदि दूर होते है। यह यूरिन इन्फेक्शन में भी लाभदायक होती है।
सौंफ के पौष्टिक तत्व – Fennel Seeds Nutritional Value in Hindi
आपके किचन में आसानी से उपलब्ध यह सौंफ अपने आप
में पौषक तत्वों का खजाना है। नीचे टेबल में इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों के
बारे में बताया गया है।
सौंफ का उपयोग – How to Use Fennel Seeds in Hindi
आइए जानते हैं कि सेहत के लिए सौंफ का उपयोग किस
प्रकार किया जा सकता है। सौंफ का उपयोग चाय के रूप में भी किया जा सकता
है। सौंफ की चाय पीने से मोटापे को कम किया जा सकता है। आप खाने के बाद भी सौंफ का सेवन पाचन शक्ति को
बढ़ाने के लिए कर सकते हैं। सिर्फ पाचन ही नहीं, बल्कि इससे खून भी
साफ हो सकता है।
माउथ फ्रेशनर के रूप में भी आप सौंफ का उपयोग कर
सकते हैं। यह सांसों की दुर्गंध से छुटकारा दिला सकती है।
अगर भूनी हुई सौंफ को मिश्री के साथ खाया जाए, तो खांसी से राहत और आवाज की मधुरता बढ़ाई जा
सकती है। साथ ही याददाश्त भी तेज होती है।
Side Effects of Fennel in Hindi |
सौंफ के नुकसान – Side Effects of Fennel in Hindi
स्वास्थ्य के लिए सौंफ के फायदे तो हैं ही, इसके अतिरिक्त सौंफ के नुकसान भी हैं, जिनके बारे में जानना सभी के लिए आवश्यक है। नीचे
हम सौंफ के नुकसान के बारे में बता रहे हैं।
स्तनपान करा रही महिलाओं को सौंफ का अत्यधिक
उपयोग करने से परहेज करना चाहिए, क्योंकि इससे शिशु
की सेहत पर असर पड़ सकता है। अत्यधिक सौंफ खाने से स्किन की संवेदनशीलता बढ़
सकती है और धूप में निकलना काफी मुश्किल हो सकता है। अगर आप किसी प्रकार की दवाइयों का सेवन करते हैं, तो आपको सौंफ का अधिक सेवन करने से पहले अपने
डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
सौंफ का अधिक सेवन एलर्जी का कारण बन सकता है।
सौंफ का अधिक सेवन एलर्जी का कारण बन सकता है।
कहते हैं किसी वस्तु का आकार मायने नहीं रखता, बल्कि उसके गुणों की अहमियत होती है। सौंफ के साथ
भी कुछ ऐसा ही है। सौंफ खाने के फायदे बहुत हैं, जिनके
बारे में हमने इस लेख में आप सभी को बताया। अगर आपके पास भी सौंफ के गुण के बारे
में कुछ विशेष जानकारी है,
तो हमारे साथ नीचे दिए कमेंट बॉक्स में शेयर कर
सकते हैं। इस लेख को अपने सगे-संबंधियों के साथ शेयर कर उन्हें भी सौंफ के फायदे
अवश्य बताएं।
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