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safed
musli आयुर्वेदिक जड़ है, इसका प्रयोग बल और शक्ति बढ़ाने के लिए किया जाता है. पुरुषो के लिए
सफ़ेद मूसली बहुत ही लाभकारी, बलवर्धक होती
है. इसकी जड़ो का औषधी के रूप में प्रयोग किया जाता है. इसका सेवन करने से शारीर
में उर्जा का संचार होता है. टेस्टोस्टेरोन नामक हॉर्मोन के उत्पादन में सफ़ेद
मूसली का प्रयोग किया जाता है. आयुर्वेद में कई जड़ी बूटियां हैं और उन्हीं में से एक है सफ़ेद मूसली।
यह एक प्रकार का पौधा है, जिसके अंदर
छोटे सफ़ेद फूल होते हैं। वैसे तो सफ़ेद मूसली के फ़ायदे अनेक हैं, लेकिन इसका सबसे बड़ा योगदान पुरुषों में यौन शक्ति बढ़ाने में और
नपुंसकता का इलाज करने में किया जाता है।
Safed Musli |
सफ़ेद मूसली के विभिन्न नाम – DIFFERENT NAMES OF SAFED MUSLI
scientific name :
Chlorophytum Borivilianum (क्लोरोफायटम
बोरिविलिअनुम)
हिंदी में इसे सफ़ेद मूसली कहा जाता है.
संस्कृत में इसे श्वेत मूसली कहा जाता है
इंग्लिश में इसे (क्लोरोफायटम ) Chlorophytum, इंडियन
स्पाइडर प्लांट ( Indian Spider Plant),
White Musli कहा जाता है.
सफेद मूसली में पोषक तत्व (nutrients in safed musli
in hindi)
सफेद मूसली पौधे की जड़ें कई प्रकार के पोषक तत्व से बनी होती हैं।
उसमें से कुछ निम्न हैं:
· कार्बोहायड्रेट
· प्रोटीन
· सैपोनिन
· अल्कालॉयड
· फाइबर
· कैल्शियम
· पोटैशियम
· मैग्नीशियम
इसके अलावा मूसली की जड़ों में ग्लूकोस, सुक्रोज आदि भी पाए जाते हैं।
सफेद मूसली शरीर में विभिन्न क्रियाओं के सुचारू रूप से चलने को भी
सुनिश्चित करता है। यह खून के बहने का भी संचालन करता है। इसके अलावा थकान के समय
इसे लेने से थकान दूर होती है।
सफ़ेद मूसली के गुण और लाभ – SAFED MUSLI
BENEFITS IN HINDI
शारीरिक क्षमता बढ़ाने, दुर्बलता को
दूर करने में, शीघ्रपतन के इलाज में, स्पर्मकाउंट यानि की शुक्राणुओ की संख्या बढ़ाने में, कामोत्तेजना बढ़ाने में सफ़ेद मूसली बहुत उपयोगी होती है. जानकारों का
मानना है की शक्तिहीन पुरुष के लिए तो safed
musli एक वरदान होती है जो पुरुष में युवापन
ला देती है और उसे बुढ़ापे से दूर कर देती है. महत्वपूर्ण बात यह है की इसका सेवन
करने से कोई साइड इफ़ेक्ट या नकारात्मक प्रभाव नहीं होता. सफ़ेद मूसली की जड़ो को कूट
कर उसका पाउडर बनाया जाता है. इसे आप अपने घर पर भी बना सकते है, सफ़ेद मुसली की जड़ो को पीसकर इसका पाउडर या चूर्ण बना ले, सफ़ेद मूसली की जड़ो का पाउडर आपको बना बनाया बाजार मे भी मिल जायेगा.
सफेद मूसली के फायदे
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शरीर में ऊर्जा व रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाता है
अगर आपको हमेशा सर्दी-ज़ुकाम हो या आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है, तो सफ़ेद मूसली का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके सेवन से आपकी रोग
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और कई बीमारियों से छुटकारा मिलता है। यह संक्रमण से
आपका बचाव करेगी। इसका सेवन करने से
हमें फायदा हो, इसके लिए यह जानना ज़रूरी है कि
इसकी कितनी ख़ुराक ली जाए। इसकी खुराक व्यक्ति की उम्र और शरीर पर निर्भर करता है।
नीचे हम सफेद मूसली खाने की विधि के बारे में आपको बता रहे हैं। इससे आप आसानी से
समझ सकेंगें कि सफ़ेद मूसली का उपयोग कैसे कर सकते हैं ? जानिए क्या है सफ़ेद
मूसली खाने का तरीका।
सफेद मूसली कैसे खाएं (how to eat safed musli in hindi)
सफेद मूसली की जड़ों को पीसकर उसका पाउडर बनाया जाता है। इसके बाद इसे
विभिन्न तरीकों से बेचा जाता है। बच्चों को एक ग्राम
तक मूसली दे सकते हैं, लेकिन पहले बार सेवन
करने के बाद बच्चे को पेट संबंधी या कोई और स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो, तो इसे न दें।
· 13 से 19 वर्ष के किशोर दो ग्राम तक सफ़ेद मूसली का सेवन कर सकते हैं।
· 60 वर्ष तक के लोग 6 ग्राम तक मूसली का सेवन कर सकते हैं।
वैसे तो गर्भवती महिलाएं या स्तनपान कराने वाली मां दो ग्राम तक
मूसली खा सकती है, लेकिन इस बारे में एक
बार अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।
· सफेद मूसली खाने का तरीका कुछ भी हो सकता है। आप इसे सीधे पाउडर के
रूप में ले सकते हैं, या फिर आप सफेद मूसली
के कैप्सूल ले सकते हैं।
· सफेद मूसली खाने का तरीका:
· यदि आप सेक्स सम्बन्धी समस्याओं के लिए मूसली का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आप रोजाना सुबह और शाम में एक-एक सफेद मूसली का कैप्सूल दूध के
साथ ले सकते हैं।
इसके अलावा यदि आप पाउडर के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं, तो एक बार में आप 3 से 5 ग्राम मूसली का सेवन करें।
सफेद मूसली के फायदे (safed musli benefits in hindi)
· safed
musli को शरीर की क्षमता बढ़ाने के लिए प्रयोग
किया जाता है. इसे वीर्यवर्धक माना जाता है, वीर्य को पुष्ट करने के लिए और वीर्य की वृद्धि के लिए सफ़ेद मूसली का
प्रयोग किया जाता है.
· मूसली से शारीरिक शक्ति तो बढ़ती ही है, साथ ही इससे वज़न भी बढ़ता है। अगर कोई अपना वज़न बढ़ाना चाहता है, तो वो मूसली का सेवन कर सकता है। मूसली में मौजूद पोषक तत्व कुपोषण
से पीड़ित शरीर को पोषण प्रदान कर वज़न बढ़ने में मददगार साबित होते हैं।
जोड़ों के दर्द और अर्थराइटिस में फायदेमंद
सफेद मूसली का सेवन करें थकान और कमजोरी में बढ़ती उम्र के साथ
लोगों में हड्डियों और जोड़ों की शिकायत भी बढ़ने लगती है। ऐसे में सफ़ेद मूसली के
सेवन से अर्थराइटिस, जोड़ों और हड्डियों के
दर्द में कुछ हद तक आराम मिल सकता है। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट व विटामिन जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो आपके शरीर और हड्डियों के लिए ज़रूरी होते हैं। मूसली को शक्कर के साथ लेने से शरीर में ताकत आती है और कमजोरी दूर
भागती है। इसके लिए रोजाना दिन में दो बार
सफेद मूसली को शक्कर के साथ बराबर मात्रा में लें।
· वजन बढ़ाने के लिए: आप वजन बढ़ाने के लिए
दूध के साथ इसे ले सकते हैं।
थकान और कमजोरी के लिए: शक्कर (गन्ना ब्राउन शुगर) के साथ सफेद मुस्ली थकान को कम करने में मदद करता है और शरीर को ताकत देता है।
थकान और कमजोरी के लिए: शक्कर (गन्ना ब्राउन शुगर) के साथ सफेद मुस्ली थकान को कम करने में मदद करता है और शरीर को ताकत देता है।
आप सफ़ेद मूसली का सेवन चूर्ण, कैप्सूल और सिरप के रूप में कर सकते हैं। इसका सेवन करने के बाद अगर
आपको स्वास्थ्य संबंधी कोई परेशानी महसूस हो, तो इसका सेवन बंद कर दें और डॉक्टर से एक बार ज़रूर पूछे लें।
safed musli capsule |
तनाव को कम करता है
मूसली का सेवन करने से तनाव भी कम होता है। हालांकि, इसका अभी तक कोई प्रमाण नहीं है, लेकिन माना जाता है कि इसमें मौजूद पोषक तत्व काफ़ी हद तक तनाव को दूर
कर मानसिक तौर पर स्वस्थ रखते हैं।
नपुंसकता में सहायक
सफ़ेद मूसली से वीर्य की गुणवत्ता बढ़ती है और नपुंसकता जैसी बीमारी से
भी काफ़ी हद तक छुटकारा मिलता है। कई बार मधुमेह या अन्य किसी बीमारी के वजह से
इरेक्टाइल डिसफंक्शन (इसमें संभोग के दौरान लिंग उत्तेजित नहीं होता) की आशंका
होती है, ऐसे में मूसली के सेवन से इसे ठीक
किया जा सकता है। इसका प्रभाव स्पर्म काउंट यानी शुक्राणुओं पर भी होता है, जिससे यौन शक्ति बढ़ती है। शीघ्रपतन में भी इसका उपयोग किया जाता है।
वज़न कम करने में मदद करता है
ऐसे लोग जिनका वजन कम होता है उन्हें वजन बढ़ाने के लिए सफ़ेद मूसली का
प्रयोग करना चाहिए. सफ़ेद मूसली न सिर्फ
वज़न बढ़ाने में, बल्कि वज़न कम करने में भी मददगार
साबित हो सकता है। अगर आपको वज़न घटाना है, तो आप गर्म पानी में आधा चम्मच मूसली पाउडर मिलाकर पिएं। इससे आपका
वज़न काफ़ी हद तक कम हो सकता है। वहीं, अगर आपको वज़न बढ़ाना है, तो आप दूध के साथ इसका सेवन कर सकते हैं।
· गठिया और संयुक्त दर्द के लिए: रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है. इसमे अनुत्तेजक गुण है, जो गठिया में होने वाली संयुक्त सूजन को कम करने में मदद करतें हैं।
यह मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने और तनाव और अवसाद का सामना करने में मदद करता है।
महिलाओं के लिए यह जड़ीबूटी योनि सूखापन से छुटकारा पाने में मदद कर सकती है।
यह स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए भी उपयोगी है क्योंकि इससे दूध की गुणवत्ता में सुधार होता है। यह शरीर के निर्माण के लिए एक स्वास्थ्य पूरक के रूप में भी प्रयोग किया जाता है।
यह मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने और तनाव और अवसाद का सामना करने में मदद करता है।
महिलाओं के लिए यह जड़ीबूटी योनि सूखापन से छुटकारा पाने में मदद कर सकती है।
यह स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए भी उपयोगी है क्योंकि इससे दूध की गुणवत्ता में सुधार होता है। यह शरीर के निर्माण के लिए एक स्वास्थ्य पूरक के रूप में भी प्रयोग किया जाता है।
· शीघ्रपतन से मुक्ति पाने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है.
· ऐसे पुरुष जो काफी कमजोर होते है, शक्तिहीन अनुभव करते है, थकावट महसूस करते है, उन्हें सफेद
· मूसली का सेवन करना चाहिए. इससे उन्हें ताकत प्रदान होगी और शरीर में
उर्जा का प्रवाह होगा.
· इसका उपयोग (Arthritis) गाठिया, अस्थमा, बवासीर और मधुमेह के उपचार में किया जाता है
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